इंटरनेट बैंकिंग के जरिए कर देते थे अकाउंट खाली
हापुड़ पुलिस ने शातिर ठगों का एक ऐसा गिरोह पकड़ा है, जो किसी भी व्यक्ति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उसके नाम से दूसरी सिम जारी करा लेते थे और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए अकाउंट खाली कर देते थे. सिम जारी कराने के लिए शातिर ठग फर्जी मृत्यु दर्शाये गए व्यक्ति का बेटा और बेटी तक भी बन जाते थे. ठगी के इस अनोखे तरीके को देखकर पुलिस भी हैरान है. पुलिस ने ठग दो युवकों सहित एक युवती को गिरफ्तार किया है
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव गिरधरपुर स्थित सरकारी विद्यालय में सहायक अध्यापिका अलका देवी, जो गाजियाबाद के आदित्य वर्ल्ड सिटी के सिटी अपार्टमेंट में रहती हैं, उनके पति भगीरथ का 30 जुलाई को अचानक मोबाइल फोन बंद हो गया. शिक्षिका द्वारा थाना हाफिजपुर में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया गया कि जब वह सिम चालू कराने के लिए सिम कंपनी के स्टोर पर गईं, तो पता चला कि पर्सनल आईडी लीक होने के कारण किसी ने उनके पति के मोबाइल फोन को खोया हुआ दिखाकर नंबर बंद करा दिया और बताया गया कि दोबारा नंबर चालू कराने के लिए मेरठ कार्यालय पर संपर्क करना होगा.
मेरठ जाकर शिक्षिका को पता चला कि उनके पति को मृत दिखाकर किसी ने मोबाइल नंबर बंद कराया है और उमेश नाम के व्यक्ति द्वारा इस नंबर को दोबारा चालू कराने के लिए हापुड़ तहसील के निकट कंपनी के कार्यालय पर आवेदन किया है. सिम चालू कराने के लिए शातिर व्यक्ति द्वारा उसके पति का फर्जी आधार कार्ड और मृत्यु प्रमाण पत्र भी जमा किया गया है. मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का स्थान बुलंदशहर के अख्तियारपुर को दर्शाया गया है, जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र जिला व तहसील आगरा से जारी कराया गया है. मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए बच्चों के नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार कर कार्यालय में जमा किये गए हैं.