1976 बैच के विद्यार्थियों ने दशकों बाद एकत्र होकर मनाया होली का जश्न
राजकुमार जैन
नंदा नगर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 1976-79 बैच के विद्यार्थियों ने दशकों बाद एकत्र होकर होली का जश्न मनाया। यह एक ऐतिहासिक पल था, जब इन मित्रों ने अपने स्कूल के दिनों को याद किया और जमकर होली खेली।
उनकी आँखों में स्कूल के गुजरे दिनों की यादें ताज़ा हो गईं, जब वे साथ में पढ़ते थे, साथ में खेलते थे, और साथ में सपने देखते थे। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद किया, जब वे अपने शिक्षकों से सीखते थे, अपने मित्रों के साथ हँसते थे, और अपने स्कूल के मैदान में खेलते थे।
इस अवसर पर, राजकुमार जैन, परशुराम तिवारी, सतीश शर्मा, ओम प्रकाश कलडाले, नवीन बरनाले, ओम कड़ेला, देवेंद्र अत्रे, वेद प्रकाश राठौर, संतोष चौखंडे, अशोक जैन, अरुण शाह, राजेंद्र श्रीवास्तव, किशोर बहाड़, राकेश तिवारी, किशोर रावत सहित कई मित्र उपस्थित थे।
बीते 45 सालों में इन मित्रों ने अपने जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमाया है, जिनमें इंजीनियर, डॉक्टर, उद्योगपति, बैंक अधिकारी, व्यवसाई, राजनेता, व्यापारी, रंगकर्मी, लेखक, समाज सेवी, बिल्डर, सरकारी अधिकारी, कार्पोरेट कर्मचारी शामिल हैं। उनकी सफलता की कहानियां प्रेरणादायक हैं और उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाती हैं।
अब अधिकतर मित्र सेवा निवृत हो चुके हैं, लेकिन उनकी दोस्ती और साथ में बिताए गए पल अभी भी उनके दिलों में बसे हुए हैं। होली के इस अवसर पर, उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए जमकर होली खेली। यह खुशीयों से भरे ऐसे क्षण थे जिसे वे कभी नहीं भूलेंगे।
इस अवसर पर, मित्रों ने एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं और अपने जीवन में आगे भी एक दूसरे के साथ जुड़े रहने का वादा किया। यह एक ऐसा पल था जिसने उनकी दोस्ती को और मजबूत बनाया और उनके दिलों में एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान को बढ़ाया।
इस अभूतपूर्व मिलन के बारे में बात करते हुए, राजकुमार जैन ने कहा, “होली का त्यौहार एक ऐसा अवसर है जिसने हम सबको कभी ना भूलने वाले मस्ती के पल दिए है। हमारी दोस्ती ने हमारे जीवन के हर मोड़ पर साथ दिया है, और आज हम फिर से एक साथ हैं।”
इसी तरह, परशुराम तिवारी ने कहा, “हमारी दोस्ती एक ऐसी धरोहर है जिसे हम अपने जीवन में हमेशा संजो कर रखेंगे। आज हम फिर से एक साथ हैं, और यह एक ऐसा पल है जिसे हम कभी नहीं भूलेंगे।”