पाणिनि विश्वविद्यालय में गीता विषयक संवाद कार्यक्रम का आयोजन।
डॉ.दिनेश चौबे
उज्जैन , महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन के योगेश्वर श्रीकृष्ण योगभवन में गीताजयंती के उपलक्ष्य में दर्शन विभाग द्वारा गीता विषयक विशेष संवाद का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती पूजन, दीपदीपन ,वैदिक मंगलाचरण एवं कुलगान के साथ हुआ। कार्यक्रम संयोजक डॉ. अखिलेशकुमार द्विवेदी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना तथा उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो.विजयकुमार सी.जी.ने की उन्होंने छात्रों की जिज्ञासाओं का उत्तर देते हुए कहा कि गीता में जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान है गीताध्ययन से व्यक्ति विषाद और अवसाद ग्रस्त नही होता तथा बिना विचलित हुए कर्म पथ पर अग्रसर रहता है। मुख्यातिथि के रूप में डॉ. शशि जोशी अध्यक्ष एवं आचार्य हिंदी विभाग,माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन ने एक जिज्ञासा के समाधान में कहा कि गीता आज के भौतिकतावादी युग में सही निर्णय लेने में सक्षम बनाती है तथा मान अपमान लाभ हानि, जय पराजय आदि में सम दृष्टि प्रदान करती है। सही मायने में गीता आज के युग के लोगों को नई दिशा प्रदान कर सकती है ।इस अवसर पर योग विभागाध्यक्षा डॉ. पूजा उपाध्याय जिनके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने गीता दर्शन विषयक प्रदर्शनी निर्मित कर प्रदर्शित की उन्होंने बताया कि गीता के अध्ययन से चिंतन शक्ति में परिवर्तन आता है। अतः हम सब धर्मक्षेत्रे मतिर्मम इस आध्यात्मिक तथा दार्शनिक दृष्टि के लिए गीता का अध्ययन करें । इस अवसर पर श्रीमद्भगवत गीता के 15 में अध्याय का सामूहिक पाठ भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री शैवाल आचार्य ने तथा धन्यवाद समर्पण डॉ.दिनेश चौबे ने किया कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्ष , प्राध्यापक कर्मचारी एवं छात्रगण उपस्थित रहे ।कल्याण मंत्र के साथ सभा संपन्न हुई।