खालिस्तानियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई
खालिस्तान मुद्दे को लेकर भारत और कनाडाई सरकार के बीच खींचतान जारी है. इस बीच कनाडा के हाईकमीशन ने दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग सहित अन्य मिशनों में कार्यरत राजनयिकों और अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भारत सरकार से अपील की है. इस बीच वैंकूवर में खालिस्तानियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कनाडा के उच्चायोग ने एक बयान में कहा, “मौजूदा माहौल को देखते हुए दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है, हम यहां के राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं. कुछ कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर धमकी मिली है.’
बता दें कि खालिस्तान समर्थकों की बंद की धमकी के मद्देनजर वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने सुरक्षा बढ़ाए जाने की खबरों के बीच कनाडाई हाईकमीशन का यह बयान सामने आया है. इस बीच, विदेश मंत्रालय शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेगा. बता दें कि कनाडाई सरकार द्वारा देश में बढ़ रहे खालिस्तानियों के मनोबल को लेकर भारत सरकार ने चिंता जाहिर की थी. हालांकि कनाडा की सरकार ने इस मुद्दे को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया, जिसके चलते दोनों देशों के बीच खटास पैदा हो गई है. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारत ने गुरुवार को कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं रोक दीं हैं.
इस बीच, ओटावा ने भारत में अपने कर्मचारियों की उपस्थिति में अस्थायी समायोजन की घोषणा की, जिसका उद्देश्य सोशल मीडिया पर प्राप्त धमकियों के जवाब में राजनयिकों की सुरक्षा करना है. कनाडाई पीएम ट्रूडो के अपने देश लौटने के कुछ दिनों बाद, उन्होंने जून में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था. ट्रूडो के दावे के कुछ क्षण बाद, कनाडा के विदेश मंत्रालय ने एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को देश से निष्कासित कर दिया.