खसरा रोग देवीय प्रकोप नहीं है, बच्चों को गंभीर जानलेवा वायरस की बीमारी है
मिजल्स रूबैला के दो बार टीके लगवायें
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि खसरा रोग साईक्लिकल ट्रेण्ड के अनुसार प्रत्येक चौथे वर्ष बीमारी माहमारी का रूप धारण करती है। खसरा रोग अभी भी देवीय प्रकोप के रूप में समाज में माना जाता है, जबकि वैक्सीनरोधक 12 बीमारियों में सर्वाधिक जानलेवा, घातक एवं तेजी से फैलने वाला यह वायरस की बीमारी है। खसरा रोग देवीय प्रकोप नहीं है, बच्चों को गंभीर जानलेवा वायरस की बीमारी है। एमआर (मिजल्स रूबैला) के दो बार टीके लगवायें आजन्म सुरक्षा पायें। पहला एमआर वैक्सीन का टीका 9 से 12 माह एवं दूसरा एमआर वैक्सीन का टीका 16 से 24 माह में लगवायें, खसरा रोग जड़ से मिटायेंगा।