प्रवीण जोशी
पुलिसकर्मियों को अधिक भाग दौड़ का कार्य करना पडता हैं या कभी - कभी लगातार एक ही जगह पर खडे रहना भी पड़ता हैं। कभी कभी ऐसी स्थिति भी बन जाती हैं कि पुलिसकर्मियों को पानी भी उपलब्ध नहीं होता है। इस वजह से उनके शरीर में या तो तरलता की कमी हो जाती हैं या मांसपेशियों में खिंचाव होने से शारीरिक समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। जैसे जोडो में दर्द, कमर दर्द, फ्रोजन शोल्डर, माइग्रेन आदि। इस स्थिति में हर पुलिसकर्मी को वर्ष में कम से कम दो बार अपनी बाॅडी का चेकअप कराना चाहिए।
यह विचार वरिष्ठ फिजियोथेरिपिस्ट डाॅ. महेश साहू के हैं जो उन्होंने विश्व फिजियोथेरिपी दिवस पर डीआरपी लाईन स्थित पुलिस हॉस्पिटल में आयोजित निशुल्क फिजयोथेरेपी शिविर में मुख्य वक्ता बतौर व्यक्त किए। आयोजन एसडीपीसी और आईआईएमएस की ओर से किया गया। डाॅ. साहू ने कहा कि फिजियोथेरिपी एक ऐसी चिकित्सा हैं जिसके माध्यम से कई गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता हैं। वर्तमान में फिजियोथेरिपी का उपयोग सर्जरी से बचाव के लिए किया जा रहा हैं। अब इस चिकित्सा में नई तकनीकी और आधुनिक मशीनें आ गई हैं। जिसके माध्यम से लकवा, स्लिप डिस्क, गठिया, नींद नहीं आना, वेरीकोज वेन का दबना आदि समस्याओ ओर बीमारी के बचाव में सहायक हैं। यहां तक कि यह चिकित्सा गर्भावस्था में भी महिलाओ के लिए मददगार हैं।इससे प्रसव में मदद मिलती है। फिजयोथेरिपी चिकित्सा पद्धति से शरीर में रक्त संचार ठीक से होता हैं।
डाॅ. साहू ने आगे कहा कि एक्सरसाइज नहीं करने से भी शरीर उर्जावान नहीं रहता हैं। स्वस्थ शरीर के लिए विटामिन डी, कैल्शियम,मेग्निशियम और जिंक ततव भी जरुरी हैं। यह ऐसी चिकित्सा है जिसमें न दर्द होता और न सर्जरी और न दवा की।
मीडिया प्रभारी प्रवीण जोशी ने बताया कि शिविर में 84 लोगों की फिजियोथेरिपी कर उनको चिकित्सा परार्मश किया गया। फिजियोथेरिपिस्ट डाॅ. कृष्णा जलोदिया ने बताया कि पुलिसकर्मी समाज की सेवा के साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। स्वास्थ्य में जरा सी भी लापरवाही गंभीर बीमारी का कारण बन जाती हैं।
आहार विशेषज्ञ डाॅ. नेहा गुप्ता ने कहा कि सेहतमंद होने के लिए अच्छा और पौष्टिक पोषण जरूरी हैं। सुबह की धूप विटामिन डी का काम करती हैं। हरी सब्जियां खाएं। भोजन में रफेज की मात्रा बढाएं। शाम का भोजन जल्दी करें। अच्छी ओर गहरी नींद लें। अतिथि स्वागत रोशनी और पूजा गोयल ने किया। आभार माना ओशमी ने।