फिजयोथेरिपिस्ट वर्कशॉप का समापन
इंदौर। खुश रहे और मुस्कुराहट को फैलाये। जब हम मुस्कराते हैं तो हमारे मस्तिष्क से एंडोफार्मिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन नामक रसायन निकलते है। व्यायाम से भी एंडोफार्मिन बढ़ता हैं। एंडोफार्मिन एक दर्द निवारक अणु है जो हँसने से अधिक बढ़ता हैं।
ये बात स्विजेरलैंड से आये न्यूरो थेरेपिस्ट डॉ. एड्रिस् फिलिप्स ने फिजयोथेरिपिस्ट की दो दिवसीय वर्कशॉप के समापान अवसर पर कहे। एस डी पी सी ने आयोजन होटल विन वे में किया था।
डॉ. फिलिप्स ने सेरेबल पाल्सी, लकवा, माइगरैन, स्लीप डिस्क, पर्किसन, ब्रेन् इंजरी, चक्कर आना आदि बीमारियों के 20 से अधिक टेक्निक बताई। इस टेक्नीक से इलाज में आसानी होती हैं। जिन लोगों को चलने में दिक्कत होती है और पैर में मूवमेंट नहीं होता उनके लिए टैप टेकनिक अधिक प्रभावी है।
फिजयोथेरिपिस्ट डॉ. महेश साहू ने बताया कि वर्कशॉप में दोनों दिन बाहरी प्रदेशों से आये मरीजों को चिकित्सा परामर्श दिया गया। सबकी हिस्ट्री को सुना गया। मरीजों को सलाह दी गई कि वे अपने भोजन में विटामिन बी टवेळ, विटामिन डी और कैल्शियम को शामिल करे। थोड़ी देर धूप सेंके। हरी सब्जियों का अधिक सेवन करे। फाइबर युक्त पदार्थ अधिक खाये। भोजन के पहले सलाद खाये या सूप पिये। रोजाना एक्सरसाइज करे या सुबह शाम वॉकिंग करे। देर रात भोजन नहीं करे। भोजन में दाल जरूर लें इससे प्रोटीन मिलता है। रात को सोने के पहले दूध् अवश्य लें।
वर्कशॉप मे फिजयोथेरिपिस्ट डॉ. बालाजी, डॉ.नागेंद्रम, डॉ. शकीना, डॉ. चंदर, डॉ. स्वाति व्यास, डॉ. कृष्णा, डॉ. पूजा गोयल सहित 30 फिजयोथेरिपिस्ट शामिल हुए।