इंदौर जिले में 17 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिये तैयारियां लगभग अंतिम दौर में
इंदौर जिले में 17 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिये व्यापक तैयारियां चल रही हैं। तैयारियां लगभग अंतिम दौर में है। जिले की सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिये मतदान दलों को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और मतदान सामग्रियां 16 नवम्बर को सुबह से नेहरू स्टेडियम से वितरित की जायेगी। इस बार मतदान दलों को सामग्री वितरण के लिये नेहरू स्टेडियम में विशाल डोम तैयार किया गया है। इस डोम के नीचे मतदान केन्द्रवार टेबले लगाई गई है। इन टेबलों पर चार-चार कुर्सिया लगाकर मतदान दलों को बैठाकर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और मतदान सामग्री वितरित की जायेगी। यह व्यवस्था कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी के मार्गदर्शन में की जा रही है।
सामग्री वितरण के नोडल अधिकारी और नगर निगम के अपर आयुक्त श्री अभिलाष मिश्रा ने बताया कि नेहरू स्टेडियम में टेबल-कुर्सियों की व्यवस्था विधानसभा क्षेत्रवार रखी गई है। जिले में सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों के कुल 2561 मतदान केन्द्रों के लिये टेबल कुर्सिया रहेंगी। हर विधानसभा क्षेत्र को पहचान के लिये अलग-अलग कलर दिये गये है। उन्होंने बताया कि नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिये टेबल-कुर्सियों की 170 खिड़की (कतारे) बनाई गई है। यह खिड़की (कतारे) सेक्टर और मतदान केन्द्रवार रहेंगी। एक खिड़की में अधिकतम 20 मतदान केन्द्र रखे गये है। विधानसभा क्षेत्र देपालपुर में 18, इंदौर-1 में 22, इंदौर-2 में 18, इंदौर-3 में 13, इंदौर-4 में 14, इंदौर-5 में 26, महू में 17, राऊ में 21 और सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भी 21 खिड़की (कतारे) रहेंगी। सभी विधानसभा क्षेत्रों के मतदान दलों के प्रवेश और निकासी के लिये विधानसभा क्षेत्रवार अलग-अलग द्वार बनाए गये है। गेट नम्बर-1 राऊ और महू विधानसभा क्षेत्र के मतदान दलों के लिये रहेगा। इसी तरह गेट नम्बर-2 इंदौर-1 और इंदौर-5, गेट नम्बर-6 इंदौर-3 और इंदौर-4, गेट नम्बर-7 इंदौर-2, सांवेर और देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान दलों के लिये बनाया गया है।
मतदान दलों को जिस टेबल से सामग्री दी जायेगी उसी टेबल पर मतदान के पश्चात सामग्री प्राप्त की जायेगी। मतदान सामग्री वितरित और प्राप्ति के लिये 170 दल बनाए गये है। एक दल में चार कर्मचारी और पांच सहायक रखे गये है। इस तरह एक दल में नौ कर्मी रहेंगे। सामग्री वितरण और प्राप्ति के लिये गठित दलों को रवीन्द्र नाट्य गृह में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। आज इन दलों को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया।